Monday, 28 January 2013

Bhaskaracharya's Law of Gravity न्यूटन य। मह्रिषी भाष्कराचार्य



जिस समय न्यूटन के पुर्वज जंगली लोग थे ,उस समय मह्रिषी भाष्कराचार्य ने प्रथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति पर एक पूरा ग्रन्थ रच डाला था. किन्तु आज हमें कितना बड़ा झूंठ पढना पढता है कि गुरुत्वाकर्षण शक्ति कि खोंज न्यूटन ने की ,ये हमारे लिए शर्म की बात है.


Did you know that the famous Hindu astronomer, Bhaskaracharya in his Surya Siddhanta wrote:

"Objects fall on the earth due to a force of attraction by the earth. Therefore, the earth, planets, constellations, moon and sun are held in orbit due to this attraction."

It was not until 1687, 1200 years later did Issac Newton "rediscover" the Law of Gravity.

In Surya Siddhanta, dated 400-500 AD, the ancient Hindu astronomer Bhaskaracharya states,

"Objects fall on the earth due to a force of attraction by the earth. Therefore, the earth, planets, constellations, moon, and sun are held in orbit due to this force."

"Aakrishti sakthischa mahee thayaa yathkhastham guru swa abhimukham swa sakthyaa . aakrushyathe thath pathathi iti bhaathi same samanthaath kwa pathathi ayam khe" is the verse which describes that the earth attracts the solid objects in the sky by its own force towards itself. Bhaskaracharya further discusses the forces between the celestial bodies using a question: Where can the celestial bodies fall since they attract each other?

भास्कराचार्य सिद्धान्त की बात कहते हैं कि वस्तुओं की शक्ति बड़ी विचित्र है।
मरुच्लो भूरचला स्वभावतो यतो
विचित्रावतवस्तु शक्त्य:।।
- सिद्धांतशिरोमणि गोलाध्याय - भुवनकोश
आगे कहते हैं-

आकृष्टिशक्तिश्च मही तया यत् खस्थं
गुरुस्वाभिमुखं स्वशक्तत्या।
आकृष्यते तत्पततीव भाति
समेसमन्तात् क्व पतत्वियं खे।।
- सिद्धांतशिरोमणि गोलाध्याय - भुवनकोश

अर्थात् पृथ्वी में आकर्षण शक्ति है। पृथ्वी अपनी आकर्षण शक्ति से भारी पदार्थों को अपनी ओर खींचती है और आकर्षण के कारण वह जमीन पर गिरते हैं। पर जब आकाश में समान ताकत चारों ओर से लगे, तो कोई कैसे गिरे? अर्थात् आकाश में ग्रह निरावलम्ब रहते हैं क्योंकि विविध ग्रहों की गुरुत्व शक्तियाँ संतुलन बनाए रखती हैं।

ऐसे ही अगर यह कहा जाय की विज्ञान के सारे आधारभूत अविष्कार भारत भूमि पर हमारे विशेषज्ञ ऋषि मुनियों द्वारा हुए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी ! सबके प्रमाण उपलब्ध हैं ! आवश्यकता स्वभाषा में विज्ञान की शिक्षा दिए जाने की है !

Approximately 1200 years later (1687 AD), Sir Isaac Newton rediscovered this phenomenon and called it the Law of Gravity.

(Do not confuse with Bhaskara of 12 century)

No comments:

Post a Comment